Friday, April 19, 2019

आस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर हेनकॉक ने न्यूजीलैंड की जेनसन से शादी की

कैनबरा. न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेटर हेली जेनसन ने आस्ट्रेलिया की क्रिकेट खिलाड़ी निकोला हेनकॉक से विवाह रचा लिया। ऑस्ट्रेलियाई टी-20 लीग के क्लब मेलबर्न स्टार्स ट्विटर पर ने शादी की एक फोटो शेयर करके यह जानकारी दी। दोनों इसी टीम की ओर से खेलतीं हैं। न्यूजीलैंड में समलैंगिक विवाह 2013 से वैध है, जबकि आस्ट्रेलिया में इसे 2017 में मान्यता दी गई थी।

जेनसन मेलबर्न रेनेगेड और हेनकॉक स्टार्स की टीम में खेलतीं हैं
लीग के पहले दो सीजन में जेनसन मेलबर्न स्टार्स की टीम में थीं, जबकि तीसरे सीजन में वह मेलबर्न रेनगेड की टीम में शामिल हो गईं। वहीं, हेनकॉक अभी तक स्टार्स की ओर से ही खेलतीं हैं। वे अभी तक आस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह नहीं बना सकी हैं।

जेनसन को बेहतरीन आलराउंडरों में शुमार किया जाता है। विक्टोरिया वुमेंस प्रीमियर क्रिकेट प्रतियोगिता में 2017-18 के सत्र के दौरान जेनसन ने उना पैसले मैडल अपने नाम किया था। उन्होंने 2014 में व्हाईट फर्न्स की तरफ से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। 2015 में मेलबर्न क्रिकेट क्लब की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 122 रन बनाए थे।

बिग बैश लीग के पिछले सीजन में स्टार्स की तरफ से खेलते हुए हेनकॉक ने 14 मैचों में 13 विकेट लिए थे। इस मामले में वे दूसरे नंबर पर थीं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 रन देकर 4 विकेट रहा। उस मैच में स्टार्स ने सिडनी सिक्सर्स को 7 विकेट से हराया था।

इससे पहले 2015 में दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम की कप्तान डेन वान निकार्क ने अपनी साथी खिलाड़ी मारीजेन कॉप्प से शादी की थी। इंग्लैड के साथ टी-20 और वनडे मैचों की सीरीज खेलकर स्वदेश लौटने के बाद दोनों ने शादी की थी।

डेन वान निकार्क और मारीजेन कॉप्प ऐसा करने वाली पहली महिला क्रिकेटर नहीं थीं। उनसे पहले न्यूजीलैंड की क्रिकेटर एमी सट्टरवैट और ली टाहुहु ने शादी किया था। इंग्लैंड की मेगान शट ने अपनी महिला पार्टनर जेस होलयोक से शादी की थी।

2003 और 2011 की टीम में 3-3 ऑलराउंडर थे
1975 में हुए वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया में एक भी ऑलराउंडर नहीं था। 1979 के वर्ल्ड कप में कपिल देव को ऑलराउंडर के तौर पर चुना गया था। इंग्लैंड में 1983 में हुए वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में कपिल देव के अलावा सुनील वासन भी ऑलराउंडर के तौर पर चुने गए थे। टीम इंडिया तब चैम्पियन बनी थी।

1987 के वर्ल्ड कप में भारतीय चयनकर्ताओं ने कपिल देव को ही ऑलराउंडर के तौर पर चुना। अगला विश्व कप 5 साल बाद 1992 में हुआ। तब की भारतीय टीम में भी कपिल देव ही इकलौते ऑलराउंडर थे। भारतीय उपमहाद्वीप में 1996 में हुए वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया में एक भी ऑलराउंडर नहीं था।

1999 की वर्ल्ड कप की भारतीय टीम में भी रॉबिन सिंह के तौर पर एक ही ऑलराउंडर थे। हालांकि, 2003 में दक्षिण अफ्रीका में हुए वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया ने 3 ऑलराउंडर चुने थे। तब सौरव गांगुली की अगुआई में टीम इंडिया ने फाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि फाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।

2007 के वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में इरफान पठान के तौर पर सिर्फ एक ऑलराउंडर चुना गया। तब टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई थी। 2011 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया में 3 ऑलराउंडर थे और भारत खिताब जीतने में सफल रहा। 2015 में टीम इंडिया में रविंद्र जडेजा और स्टुअर्ट बिन्नी के तौर पर 2 ही ऑलराउंडर थे। भारतीय टीम को तब सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।

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